Wednesday, June 3, 2009

Lyrics Narayani Namostute - Ya Kundenrutushar (नारायणी नमोस्तुते)

नारायणी नमोस्तुते
नमोस्तुते …(४)
नारायणी नमोस्तुते …(२)
सर्व मंगल मांगले शिवे सर्वार्थ साठीके शरण्ये त्रम्ब्यके गौरी
नारायणी नमोस्तुते

या कुन्देन्रुतुशार हार धवला
या शुभ्र वस्त्रांवृता
या वीणा वर दंड मंडित करा
या श्वेत पद्मासना
या ब्रम्हाच्युत शंकर प्रभु तिभिर
म प नी ध नी सा नी प म प नी प ग म रे सा …(२)
म प प नी ध नी सा …(३)
ध नी सा …(३)
देवै सदा वन्दिता
सामांपातु सरस्वती भगवती निशेश्य जाड्या पहा
नमोस्तुते …(३)

नारायणी नमोस्तुते …(२)
नमोस्तुते …(४)


English Version :

Narayani namostute
Namostute …(4)
Narayani namostute …(2)
Sarva mangal mangale shive sarwartha sathike sharanye trambyake gauri
Narayani namostute

Ya kundenrutushahar har dhavala
Ya shubhra vastran wruta
Ya vina war danda mandit kara
Ya shwet padmaasana
Ya bramhachyut shankar prabhu tibhir
Ma pa ni dha ni sa ni pa ma pa ni pa ga ma re sa …(2)
Ma pa pa ni dha ni sa …(3)
Dha ni sa …(3)
Devai sada wandita
Samanpatu saraswati bhagawati nisheshya jadya paha
Namostute …(3)

Narayani namostute …(2)
Namostute …(4)
मूळ पान (Home Page) लाभले अम्हास भाग्य बोलतो मराठी । जाहलो खरेच धन्य ऐकतो मराठी ॥ धर्म, पंथ, जात एक जाणतो मराठी । एवढ्या जगात माय मानतो मराठी ॥